मृगमारीचिका वो बन जाये , मैं ठगा-ठगा रह जाऊ ॥
एक पल सोचू किस्मत मेरी ऐसा खेल खिलाये ।
समय नहीं है आया जब तक, वो कैसे मिल पाये ॥
हार न मानू, रार न ठानू, कर्म किये मैं जाऊ ।
धैर्य और साहस के बूते, आगे कदम बढा़ऊ ॥
आसानी से जो मिल जाये, मजा न उसमें आये ।
जाते-जाते जो मिल जाये, मन फूला नहीं समाये ॥
आज के दिन क्वार्टर फाईनल मेंअन्डर १९ ने वर्डकप में भारत ने पाकिस्तान को हरा दिया है । इसी बात पर मैं इन पंक्तियों को लिख रहा हू ।