गुरुवार, 6 जून 2013

शह

यह घटना पूर्णतः सत्य है । यह बात नव रात्रि पर्व के समय की है । चार दोस्त सुबह के समय घर से दर्शन के लिए निकलते हैं और एक दर्शनीय स्थल पर जहॉं तालाब था जिसमें कमल के फूल खिले हुये थे को देखकर आनंदित हो उठते हैं  दर्शनीय स्थल होने के कारण और भी कई लोग सपरिवार वहॉं आ रहे थे और मोहिक बातावरण का आनंद उठा रहे थे । कमल के फूलों को देखकर सभी के मन में भाव आ जा रहे थे कि यह कैसे तोड़े जायें । चूकि चारों दास्तों में से एक दोस्त ही तैरना जानता था इसलिए तीनों दोस्त उस को शह देने लगे कि तुम्हारे तो बांये हाथ का काम है इस फूल को तोड़ने का वहॉं पर मौजूद लोगों को देखकर उस दोस्त को रहा नही गया और अपने तीन साथियों की शह में आकर उसने आव देखा न ताव और तालाब में पेन्ट सर्ट पहने ही कमल के फूल की ओर जाकर उसे तोड़ लिया । तभी क्या होता है कि वहीं पर एक बच्चा बताता है कि इसी फूल को तोड़ने के लिए पहले भी किसी ने कोशिश की थी जिसके पॉव कमल की जड़ों में फंस गये थे और वह मुश्किल से बाहर आ पाया था वश उसका कहना था कि वहीं घटना इसके साथ भी घटी । फूल तोड़कर जैसे ही वह वापस आने को हुआ कि उसके पैर में जड़े लिपट गयीं वह बहुत हाथ पैर मारता किन्तु आगे नहीं बढता चिल्लाता । यह देखकर वहॉं मौजूद अन्य लोग वहॉं से धीरे से खिसक लिये । मात्र उसके 3 दोस्त ही वहॉं मौजूद थे । वह 10 मिनिट  तक जद्दोजिहद करता रहा थक जाने से वह डूबता निकलता रोता चिल्लाता बचाओ बचाओ कर रहा था । अब तीनों दोस्तों के मन में तरह तरह के भाव आने लगे कि क्यों हम लोगों ने उसे शह दी  ऐसा न करते तो ऐसा न होता  घर जाकर उसके परिजनों को क्या बतायेंगे] किससे क्या कहेंगे  तरह तरह के विचार मन में उठ रहे थे आखिर में उन्होनें निर्णय लिया कि हम लोगों ने ही शह दी है इसलिए हम ही कुछ कुछ उपाय करें । तब तीनों भगवान के भरोसे तालाब में उतरने लगे लम्बा आगे दूसरा पीछे तीसरा और पीछे] जब वह आगे बढ़े तो क्या देखते हैं कि उनके गले तक पानी आ गया है और वह डमाडोल होने लगे उस समय वह भी जान गये कि अब चारों दोस्तों का बचना मुमकिन नहीं है फिर भी वह उसे ठाठस बधाकर उसके नजदीक तक पहॅंच गये और उससे बोले कि तुम हम लोगों को एक दम से खीच नहीं देना अन्यथा सभी के सभी मारे जायेंगे हम तीनों लोग तुम्हें खींचेंगे और उसका हाथ पकड़कर धीरे-धीरे मौत से लड़ते हुये तालाब के बाहर आये । क्या देखते हैं कि जो दोस्त कमल का फूल तोड़ने गया था वह लश्त हो कर जमीन में पड़ा है और उसके हाथ की मुट्ठी में वह कमल का फूल बंद हैं । चारों मौत के मुह से मातारानी की कृपा से बाहर आये और तभी से तीनों ने कसम खाई कि कभी  भी किसी को शह नहीं देंगे ।